Hey you, If you have stumbled your way here while surfing the internet, it’s probably not a coincidence. Whether it’s a story from your past that you want to get off your chest or what your day has been like, a piece of poetry you’ve been mulling over or something you saw recently that moved you, a question that isn’t letting you sleep or a fear that’s consuming you, You can let it out here… Submit here!

1 min read

Hindi poem on republic day

अगर ये कानुन ना होते हम दिन रात ना सोते अगर हमारा भीम ना  होता तो एसा ना होता अगर ना लटकता भगत सीह फासी पर हमारा झंड़ा ना लहराता सर- सर-सर अगर रानी लक्षमी बाई ना होती तो सत्रीयों की ये शान ना होती इन सबका समान करो समान करो समान करो By -Vedic […]

1 min read

Kavita – Gagan

उमड़ – घुमड़ कर सारे बादल, आसमान से पानी बरसाएँ। कभी गगन में बिजली चमकी, तो कभी काली घटा छाएँ। कभी तारे आसमान में बहार लेकर आ जाएँ। सारे बच्चों की टोली बोली यह मौसम ना कभी बदल जाए।

1 min read

Poem

दिवाली आई , दिवाली आई। सब के मन में खुशियां छाई।। दीपक जलाओ , दीपक जलाओ। और पाठआका भी चुड़ोआ।। मिठाई लाओ और खूब खाओ। सब के मन में मिठास है जगाओ।। होती पूजा उन भगवानों की। जिनका नाम है श्री गणेश लक्ष्मी ।। यही प्रार्थना है उनसे की। घर मे ठर ए सुख शांति।। […]

1 min read

Poem

आई दिवाली,आई दिवाली खुशियो की बाहर लाई दिवाली चीटु-मीटु मिठाई खाओ पटाके-फोड़ो ,धुम मचाओ घर सजे है सबके सुदर पटाके बजे है गली मे जमकर दिए जलाओ उजाला लाओ बचचो दिवाली जमकर बनाओ By-Vedic jha    

1 min read

Jhule

झूले कितने  प्यारे – प्यारे, बच्चे झूलते लगते न्यारे। ऐसी न्यारी शान कभी झूलों से नहीं हटे, बच्चे यूँ ही खिलखिलाकर झूले रहे़। घर आँगन लगता प्यारा, यह दृश्य है सबसे न्यारा। बचपना हमें याद आता, बच्चों का खेलना हमको भाता। झूले कितने प्यारे – प्यारे, बच्चे झूलते लगते न्यारे धन्यवाद    

1 min read

Poem

टॉपिक घड़ी देखो देखो मेरी घड़ी , निरंतर है ये चलती रहती। कभी हमे न कुछ है कहती ,निरंतर ये चलती रहती। न कुछ खाती न कुछ पीती, चाबी पर हि है ये जीती। उठाने का जब करे न मन , मेरी घड़ी करती टन् टन । देखो देखो मेरी घड़ी , मेरी घड़ी पहरे […]

1 min read

Poem on tree

पेड़ लगाओ , पेड़ लगाओ हरा भरा जीवन बनाओ छाया ये हमको देता है फल ये हमको देता है बाढ़ से हमको बचाते हैं प्रदूषण दूर हटाते हैं, हम भी पेड़ लगाएँगे , संसार को हरा भरा बनाएंगे ॥ शुभदायिनी वालिया , रिदम दुरेजा , शोभित शर्मा , एकांश पाल

1 min read

Highlighting locals plights, brought positive changes

When the Chief Minister visited our locality, I seized the opportunity to highlight the struggles of our community. With courage fueling my words, I spoke about the challenges we faced – lack of proper sanitation, inadequate healthcare, and limited educational resources. As my voice resonated through the gathering, I could feel the collective nodding of […]

1 min read

Comic event during parents teacher meeting :-)

Visiting my daughter’s school promised to be routine, but fate had a whimsical surprise in store. I navigated the school corridors, dodging energetic kids and their backpacks. As I entered the classroom, excitement buzzed in the air. The teacher welcomed me, and I prepared for a typical parent-teacher interaction. As the discussion unfolded, a gentle […]