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Hindi poem on republic day
अगर ये कानुन ना होते
हम दिन रात ना सोते
अगर हमारा भीम ना होता तो एसा ना होता
अगर ना लटकता भगत सीह फासी पर
हमारा झंड़ा ना लहराता सर- सर-सर
अगर रानी लक्षमी बाई ना होती
तो सत्रीयों की ये शान ना होती
इन सबका समान करो
समान करो समान करो
By -Vedic jha